Thursday, April 24, 2014

After being pregnant for the fulfillment of the protein dietary intake of extra calories_Hindi - गर्भवती होने के बाद अतिरिक्‍त कैलोरी की पूर्ति के लिए करें प्रोटीनयुक्‍त आहार का सेवन

हम इस ब्लाग मे जो भी जानकारी दे रहे है, वो जानकारी इंटरनेट से निकाली गई है | इस मे हमारी व्यक्तिगत कोई भी लेख नही है |

किसी भी औरत के लिए सबसे बड़ा सुख मां बनने का एहसास होता है। गर्भावस्था के दौरान आपके स्वास्थ्य का प्रभाव आपके होने वाले शिशु पर भी पड़ता है। लेकिन शिशु को जन्म देने के लिए नौ माह का लम्बा सफ़र तय करना पड़ता है।

ऐसे में आपको अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना चाहिए। गर्भवस्था के दौरान आहार से लेकर व्यायाम तक आपके लिए महत्वपूर्ण होने चाहिए। साथ ही समय-समय पर चिकित्सक से सम्पर्क करते रहें और सावधानी बरतें। अगर आप कुछ खास बातों का ध्यान रखें, तो बिना किसी अड़चन के स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं। आइए जानें गर्भावस्था में स्वस्थ रहने के लिए ऐसे ही कुछ टिप्स के बारे में!
आपको अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना चाहिए। गर्भवस्था के दौरान आहार से लेकर व्यायाम तक आपके लिए महत्वपूर्ण होने चाहिए। साथ ही समय-समय पर चिकित्सक से सम्पर्क करते रहें और सावधानी बरतें। अगर आप कुछ खास बातों का ध्यान रखें, तो बिना किसी अड़चन के स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं। आइए जानें गर्भावस्था में स्वस्थ रहने के लिए ऐसे ही कुछ टिप्स के बारे में!

नियमित जांच करवाएं

गर्भधारण के समय अपने ब्लड ग्रुप, विशेषकर आर एच फ़ैक्टर की जांच करानी चाहिए। इसके अलावा हीमोग्लोबिन की भी जांच करनी चाहिए।
यदि आप पहले से ही किसी बीमारी की शिकार है, जैसे- मधुमेह, उच्च रक्तचाप, थाइराइड आदि, तो गर्भावस्था के दौरान नियमित रुप से दवाईयाँ लेकर इन रोगों को नियंत्रण पर रखें।
गर्भावस्था के प्रारंभिक दिनों में जी घबराना, उल्टियाँ, रक्तचाप जैसी समस्याएं हो सकती हैं, ऐसे में डॉक्टर से चेकअप जरूर करवाएं।
गर्भावस्था के दौरान पेट में तीव्र दर्द और योनि से रक्तस्राव होने लगे तो इसे गंभीरता से लें तथा डॉक्टर को तत्काल बताएं।
गर्भावस्था में डॉक्टरी सलाह के बिना कोई भी दवा-गोली अपने मन से न लें। गर्भावस्था के आवश्यक टीके लगवाएँ व आयरन की गोलियों का सेवन करें।
चेहरे या हाथ-पैर में असामान्य सूजन, तीव्र सरदर्द, आखों में धुंधला दिखना और मूत्र त्याग में कठिनाई की अनदेखी न करें, ये खतरे के लक्षण हो सकते हैं।

गर्भवस्था के दौरान भोजन

गर्भधारण के दौरान निर्धारित कैलोरी और पौष्टिक आहार लेना बहुत जरूरी है, जैसे अनाज, सब्जियां, फल, बिना चर्बी का मीट, कम वसा युक्त दूध, नारियल पानी आदि।
गर्भावस्था में ज्यादा मात्रा में फोलिक एसिड, आयरन, कैल्सियम, विटामिन ए एवं बी-12 वाले पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
तैलीय पदार्थों का कम से कम में सेवन करें।
इस दौरान जूस, सलाद, सूप इत्यादि तरल पदार्थों का सेवन अधिक से अधिक करें।

इन बातों का भी ध्यान रखें

गर्भावस्था में हल्के और ढीले-ढाले कपड़े ही पहनें।
सिगरेट व शराब जैसे पदार्थों का सेवन न करें।
किसी भी प्रकार की शारीरिक जोखिम भरे कार्य ना करें।
साथ ही भारी सामान उठाने से भी बचें।

हर गर्भवती महिला की शारीरिक स्थिति एक दूसरे से अलग होती है। इसलिए इन टिप्स को आजमाने से पूर्व निजी चिकित्सक की सलाह जरूरी लें।

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